उत्तर प्रदेश के इटावा में चकरनगर तहसील इलाके के चम्बल बीहाङ क्षेत्र में चौथे दिन गुरुवार को बौध्दभिक्षु भ्रमण और धम्म संदेश यात्रा से जोननी रूजिया आदि दर्जनों गाँवों की राहे बौद्ध धम्म के संदेशो से गूंजी।
भगवान बुद्ध और बाबा साहब के अनुयायियों ने भारी संख्या में बौद्ध भिक्षुओ की संदेश यात्रा का फूलों से स्वागत कर उसमे भाग लिया।धम्म संदेश यात्रा जोनानी गाँव स्थित अम्बेडकर प्रतिमा पर पंचशील त्रसण और बुद्ध बंदना के साथ कुन्दल लाल दोहरे ने बाबा साहब की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। बकेवर पूर्व चेयरमैन विनोद कुमार दोहरे ने धम्म सदेंश यात्रा मे कहा कि चम्बल बिहाङ क्षेत्र में सौभाग्य की बात की पहली बार गाँव गाँव राहें बौद्ध धम्म जे संदेशो से गूंजी। भगवान बुद्ध के बताए मार्ग पर चलकर बौद्धभिक्षु भंन्ते धम्मविजय के नेत्रत्व में धम्म संदेश यात्रा ईरिक्सा पर भगवान बुद्ध की स्टैचू और पंचशील के झंडे लगाकर भगवान बुद्ध के बिचारों को माताओ बहिनो भाइयों और बुजुर्गों को रूबरू कराने के लिए जनपद के गांव-गांव पहुंचकर जन-जन को भगवान बुद्ध के धम्म का प्रचार प्रसार कर रहे हैं।इसी तरह रुजिया गाँव मे बौद्धभिक्षुओ ने भ्रमण और संदेश यात्रा निकाली।
कंधेसी ग्राम पंचायत के ग्राम प्रधान प्रेम सिंह के आवास पर बौद्धभिक्षुओं को जल पान कराया गया। बौद्ध धम्म संदेश मात्रा में बौद्धभिक्षुओ की ऊपर माताओ बहिनो ने फूलों की बर्षा कर यात्रा मे शामिल होकर बौद्ध अनुयायियों ने उनके पदचिंहों पर चलने का संकल्प लिया हैं। दस दिवासीय धम्म संदेश यात्रा भन्ते धम्मविजय के अध्यक्षता में निकाली जा रही।जोकि चौथे दिन धम्म संदेश यात्रा करीब चालीस गाँव का बौद्धभिक्षुओं ने भ्रमण किया गया। भन्ते धम्म विजय ने बौद्ध अनुयायियोंको बताया कि जातिवाद धर्म बाद का कोई स्थान नहीं है दलित समाज के लोगों ने हजारों वर्ष से छुआछूत हुआ तिरस्कार का दंश झेला था। असमानता का व्यवहार सहन किया था।लेकिन बौद्ध धर्म ने ही इन सभी को बुराइयों से बचने का काम किया है। धर्म में ऊँच नीच असमानता बड़ा छोटा छुआछूत का कोई स्थान नहीं है बौद्ध धर्म का गुणगान करते हुए उन्होंने कहा कि बौद्ध धर्म अपनाने से ही विकास के रास्ते खोलते हैं बौद्ध धर्म अपना कर जापान आज दुनिया का सबसे बड़ी ताकतों में शामिल है यात्रा का गांव गांव में फूल बरसा कर स्वागत किया गया।
इस यात्रा में बौद्ध विहार आमहार भन्ते धम्म विजय मोती गंज भरथना बौध्द बिहार भन्ते सत्यशील महाराष्ट्र भिखुनी सुमित्रा स्यासन मित्रा छोटेलाल बौद्ध ङाँ० हरेन्द्र उर्फ भूरे बौद्धभिक्षु शामिल थे। बौद्ध अनुयायी पूर्व चेयरमैन विनोद कुमार दोहरे पूर्व प्रधान बृजेश गौरव ङीपी सिंह उर्फ गुङ्ङू भूरेलाल बौद्ध हीरा सिंह कृष्ण मुरारी गंगा प्रसाद वीरेश कुमार हरिश्चंद्र श्याम सिंह अमरेश सिंह महिलाएं मंदाकिनी रामवती प्रियंका आदि भारी संख्या में लोग मौजूद थे।