इटावा के लखना नगर के मातन मोहल्ला में माता देवी मंदिर में स्थापित प्रथम पूज्य गौरी नंदन भगवान गणेश की प्रतिमा को गाजे-बाजे के साथ भक्तों ने विसर्जन किया। जुलूस निकालकर नाचते-गाते जयकारा लगाते हुए भक्त लखना कस्बा भोगनीपुर पर पहुंचे और मूर्ति का विजर्सन किया।
कस्बे में 7 सितंबर को नगर सहित पूरे क्षेत्र में गणेशोत्सव की शुरूआत हुई थी । जगह-जगह पंडाल स्थापित कर भगवान गणेश की प्रतिमा स्थापित की गई। कहीं एक दिवसीय, कहीं तीन तो कहीं दस दिवसीय पूजा की शुरूआत हुई। लखना नगर के देवी मंदिर पर सात दिनों तक विघ्नहर्ता गणेश की पूजा-अर्चना की गई इसके बाद गणपति को विदाई दी गई। दोपहर में भक्त हाथों में गणपित की प्रतिमा को उठाया और अबीर-गुलाल उड़ाते हुए नाचते-गाते जयकारा लगाते हुए पैदल ही लखना कस्बा स्थित भोगनीपुर नहर पर पहुुंचे।
यहां पर नगर पंचायत अध्यक्ष गणेश शंकर पोरवाल, लकी जौहरी, लकी किशोर पोरवाल नीशू पोरवाल, गौरव,राजू, सागर,नंदू महेश्वरी, गोविन्दा महेश्वरी, किसन जी पोरवाल, अर्पित अमित गंगाराम, आलोक,शिवा, गोपाल आदि ने अंतिम पूजा करने के बाद मूर्ति को पानी में विसर्जित किया गया। इस दौरान भक्तों ने गणपति बप्पा मोरया, अगले बरस तू जल्दी आ के खूब जयकारे लगाए। इस मौके पर प्रसाद वितरण भी किया गया। इस मौके पर लकी जौहरी, सर्वेश राठौर, लकी किशोर पोरवाल,पुनीष पोरवाल, राहुल भी मौजूद रहे ।