तथागत बुद्ध के 2568 वें जन्म-दिवस बौद्ध पूर्णिमा के अवसर पर भोजन दान एवं बौद्ध कथा का तीन दिवासीय आयोजन

इटावा संवाद। बौद्धिसत्व बाबा साहब डॉ०भीमराव अंबेडकर बौद्ध विहार आमहार बिजौली में सोमवार को तथागत बुद्ध के 2568 वें जन्मदिवस बौद्ध पूर्णिमा के अवसर पर तीन दिवसीय श्रामणेर शिविर एवं बौद्ध कथा का आयोजन किया गया। भन्ते धम्म विजय  ने क्षेत्र एवं ग्राम वासियों के सहयोग से बौद्ध कथा प्रारंभ किया ।

बौद्व कथा सुनते श्रोतागण

तथागत बौद्ध के 2568 वें जन्मदिवस बुद्ध पूर्णिमा के पावन पर भोजन दान एवं धम्मचर्चा का आयोजन बुद्धिसत्व बाबा साहब डॉ० भीमराव अंबेडकर बौद्ध विहार अम्बेङकर पार्क आमहार बिजौली में आयोजन किया गया। बौद्ध कथा वाचक सर्वेश कुमार शिरोमणि ने बौद्ध कथा के पहले दिन श्रोतागणो को प्रवचन करते हुए कहा कि बौद्ध कथा के वाचन से व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति हो जाती है। संसार दुखों का सागर है।प्रत्येक प्राणी किसी न किसी तरह से दुखी वह परेशान है। कोई स्वास्थ्य से दुखी है। कोई परिवार कोई धन तो कोई संतान को लेकर परेशान है। सभी परेशानियों से मुक्ति पाने के लिए बुद्ध भगवान की आराधना की एकमात्र मार्ग है। बौद्ध धर्म विश्व का कल्याणकारी धम्म में जो की समता स्वतंत्रता बंधुत्वता एवं न्याय पर आधारित है। जिससे जन-जन तक पहुंचाने के लिए देश के विभिन्न राज्यों में प्रबुद्ध जन धम्म चर्चा कर रहे हैं।

इसलिए व्यक्ति को अपने जीवन का कुछ समय बुद्ध के बताए शीलों पर चले। बुद्ध भगवान की कथा वह अमृत है।जिनके पान से भय भूख रोग एवं संताप सब कुछ स्वत: ही नष्ट हो जाता है। उन्होंने कहा कि व्यक्ति को मन बुद्धि चित एकाग्र कर अपने आप को बुद्ध भगवान के चरणों में समर्पित करते हुए बौद्व कथा को ध्यान पूर्वक सुनना चाहिए। बौद्ध कथा का श्रवण करने से जन्म जन्मांतर के पापों का नाश होता है। बौद्ध कथा का श्रवण सुनने से महापापी का भी उद्वार हो जाता है।

गणमान्य अतिथियों का पंचशील वस्त्र एवं फूलमाला पहनकर स्वागत किया

बौद्व कथा में उपस्थित बकेवर पूर्व चेयरमैन विनोद कुमार दोहरे, बुद्धाचार्य राज नारायण, पंकज दोहरे, अमर सिंह, सुरेश कुमार, गोरव,पूर्व प्रधान बृजेश दोहरे, भारत सिंह मास्टर, मनीष कुमार, हाकिम सिंह इंजीनियर, रामनरेश, सुरेश चंद,शुगर सिंह, कोमल सिंह, राकेश कुमार, शिवकुमार, वीरेंद्र, धीरज सिंह दरोगाजी, प्रिंस, लाल सिंह जगन्नाथ बृजेश संजू विद्यासागर राम रतन, श्याम सुंदर, डॉ रविंद्र कुमार, अमर सिंह कुमार सिंह ज्ञान सिंह रविंद्र अनू समस्त क्षेत्र एवं ग्राम वासी सहित भारी संख्या में महिलाएं पंडाल में उपस्थिति मौजूद रही।वही कथा में सम्मानितगाणों एवं पत्रकारो को पंचशील अंग वस्त्र एवं फूलमाला पहनकर उनका भव्य स्वागत किया गया। 

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